शनिवार कि रात उनका मैसेज आया -
-2 States Movie का ट्रेलर देखा? मैंने कहा - नहीं ! क्यूँ, कोई ख़ास बात?
-उन्होंने ने कहा - फ़िल्म में भी हीरो ने हीरोइन के तिल कि तारीफ़ की है और मुझे अपना तिल याद आ गया, जिसे सिर्फ आपने ही नोटिस किया है।
-मैंने कहा - सिर्फ नोटिस ही नहीं किया, तारीफ़ के साथ शे'र भी लिखा है।
-जवाब आया - हाँ ! पता है, जब देखो अपनी बात ! ... हुन्न्ह्ह्हह !
-मैंने फिर कहा - अरे बताइये भी के कहा क्या है हीरो ने ?
-मुँह फुलाए हुए उन्होंने कहा - आप ख़ुद देख लीजिये ट्रेलर।
-नेट कि स्पीड बहुत स्लो थी सो उस रात तो नहीं देख पाया ट्रेलर, जिसपे मुँह और फूल गया।
मैंने आज फ़िल्म का ट्रेलर देखा, डायलॉग कुछ यूँ है -
"तुम्हारे राईट गाल के लेफ्ट साइड में जो तिल है न, उसपे दिल आ गया है मेरा...मुझे रोज़ फॉलो करते रहता है......"
5 जुलाई 2013 को मैंने उनके तिल के लिए शरारत भरा एक शे'र लिखा जो कुछ यूँ है -
"तेरे गाल पे जो जुड़वाँ तिल है
बस! अटका वहीँ मेरा दिल है" - © नैय्यर
और मैंने इस शे'र को 17 जुलाई 2013 को दहलीज़/دہلیز पर पोस्ट किया।
-दोस्त हैं वो मेरी सो थोडा-बहुत उनको छेड़ता रहता हूँ। 20 जुलाई 2013 को उनको भेजे गए ई-मेल में मैंने ये शे'र भी चिपका दिया था -
"मेरा 'दिल' ले लो भले
पर अपने 'तिल' उधार दो" - © नैय्यर
एक अजीब इत्तेफ़ाक़ है, उनके और हीरोइन दोनों के राईट गाल पे ही तिल है।... पर हीरोइन के गाल पे एक तिल है वो भी कोने में, पर मेरी दोस्त के गाल पे जुड़वाँ तिल है।
डायलॉग लिखने वाले ने कहीं मेरा शे'र तो नहीं पढ़ लिया न?
-2 States Movie का ट्रेलर देखा? मैंने कहा - नहीं ! क्यूँ, कोई ख़ास बात?
-उन्होंने ने कहा - फ़िल्म में भी हीरो ने हीरोइन के तिल कि तारीफ़ की है और मुझे अपना तिल याद आ गया, जिसे सिर्फ आपने ही नोटिस किया है।
-मैंने कहा - सिर्फ नोटिस ही नहीं किया, तारीफ़ के साथ शे'र भी लिखा है।
-जवाब आया - हाँ ! पता है, जब देखो अपनी बात ! ... हुन्न्ह्ह्हह !
-मैंने फिर कहा - अरे बताइये भी के कहा क्या है हीरो ने ?
-मुँह फुलाए हुए उन्होंने कहा - आप ख़ुद देख लीजिये ट्रेलर।
-नेट कि स्पीड बहुत स्लो थी सो उस रात तो नहीं देख पाया ट्रेलर, जिसपे मुँह और फूल गया।
मैंने आज फ़िल्म का ट्रेलर देखा, डायलॉग कुछ यूँ है -
"तुम्हारे राईट गाल के लेफ्ट साइड में जो तिल है न, उसपे दिल आ गया है मेरा...मुझे रोज़ फॉलो करते रहता है......"
5 जुलाई 2013 को मैंने उनके तिल के लिए शरारत भरा एक शे'र लिखा जो कुछ यूँ है -
"तेरे गाल पे जो जुड़वाँ तिल है
बस! अटका वहीँ मेरा दिल है" - © नैय्यर
और मैंने इस शे'र को 17 जुलाई 2013 को दहलीज़/دہلیز पर पोस्ट किया।
-दोस्त हैं वो मेरी सो थोडा-बहुत उनको छेड़ता रहता हूँ। 20 जुलाई 2013 को उनको भेजे गए ई-मेल में मैंने ये शे'र भी चिपका दिया था -
"मेरा 'दिल' ले लो भले
पर अपने 'तिल' उधार दो" - © नैय्यर
एक अजीब इत्तेफ़ाक़ है, उनके और हीरोइन दोनों के राईट गाल पे ही तिल है।... पर हीरोइन के गाल पे एक तिल है वो भी कोने में, पर मेरी दोस्त के गाल पे जुड़वाँ तिल है।
डायलॉग लिखने वाले ने कहीं मेरा शे'र तो नहीं पढ़ लिया न?
No comments:
Post a Comment