Wednesday, 12 March 2014

कभी-कभी यूँ ही
बे-सबब
जब तुम दिल में
बन के हुक उठती हो
तो लगता है
कि
मैं अब भी जिंदा हूँ
तेरी यादों में
और
तू बाक़ी है
मुझ में कहीं

© नैयर / 10-11-2013

No comments:

Post a Comment